ज़रदारी की मनमोहन से मुलाक़ात आज
१५ जून २००९भारतीय प्रधानमंत्री और पाकिस्तानी राष्ट्रपति शंघाई सहयोग संस्था (एससीओ) में हिस्सा लेने के लिए रूस के येकातेरिनबुर्ग शहर में हैं. दोनों नेताओं की बातचीत में रुकी हुई द्विपक्षीय बातचीत फिर से शुरू कराने पर चर्चा हो सकती है. पिछले साल मुंबई में आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच चार साल से चल रही बातचीत अटक गई थी.
हालांकि दोनों राष्ट्रों के बीच यह अनौपचारिक बातचीत है और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने इसका स्वागत करते हुए कहा, "दोनों नेता आपस में मुलाक़ात करेंगे." भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अभी पिछले हफ़्ते ही संसद में कहा था कि अगर पाकिस्तान सही मायने में आतंकवाद से निपटने के लिए तैयार हो तो भारत उसका साथ देगा.
दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मनमोहन सिंह पहली विदेश यात्रा पर हैं. रूस के दौरे पर गए मनमोहन तीन दिन तक रूस, चीन और ब्राज़ील के शीर्ष नेताओं से मिलेंगे. रूस रवाना होने से ठीक पहले जारी एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत ब्रिक (ब्राज़ील, रूस, चीन और भारत) अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक मंदी से उबरने के प्रयासों में अहम योगदान देना चाहेंगे".
ब्रिक विश्व में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं का समूह है. प्रधानमंत्री ने अपने बयान में यह भी कहा कि विश्वयापी आर्थिक मंदी से उबरने में इन देशों की सफलता एक अहम भूमिका निभा सकती है. प्रधानमंत्री इस यात्रा के दौरान ब्रिक और शंघाई सहयोग संगठन की बैठकों में हिस्सा लेंगे. फिलहाल एससीओ की अध्यक्षता रूस कर रहा है. दोनों बैठक रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में होंगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/पुखराज चौधरी
संपादन: ए जमाल